Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua Hindi Mein | चाँद देखने की दुआ

Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua :- क्या आपको मालूम है, कि रमजान का चांद को देखने के लिए दुआ पढ़ने से अल्लाह ताला से जो भी दुआ मांगी जाए वह उसके फजल से कुबूल होती है।

दोनों हाथ उठाकर मांगे जाने वाली दुवाएं रद नहीं होती। रमज़ान का चांद दिखाई देने पर अगले दिन से रोजा का मामूल शुरू हो जाता है और रमजान का चांद ना दिखने तो अगले दिन फिर से चांद को देखते है ( सिर्फ उर्दू तारिक 29 और 30 को )।

आज की इस पोस्ट में मैं आपको Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua और चांद को देखने की दुआ, अमावस्या की नमाज क्या होती है, नमाज का हिंदी अर्थ क्या होता है, यह बताता जा रहे हैं।


Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua 2022

अल्लाह ताला ने फरमाया है – प्यारे लोग आपसे चांद के बारे में पूछते हैं, आप कहते हैं की यह लोगों का प्रतीक है और हज का समय है।  इसली अगर रमजान के शुरू और खत्म होने के बारे में सिर्फ चांद को ही जाना जा सकता है तो चांद को देखने से ही जाना जा सकता है की रोजा रखना चाहती है।

arabee mein chaand dekhane kee dua:

“اَللّٰہُمَّ اَھِلَّہ عَلَیْنَابِالْیُمْنِ وَالْاِیْمَانِ وَالسَّلَامَةِ وَالْاِسْلَامِ ،رَبِّیْ وَرَبُّکَ اللّٰہُ

arabee mein chaand dekhane kee dua:

“Allah din, vishwas, shanti aur islaam, mere bhagwan aur rab ki bhagwan hai.”


Ramzan Kya Hota Hai ?

भारत और दुनिया के किसी भी देश में मुसलमान अल्लाह के सम्मान और उसकी इबादत के लिए रमजान के पवित्र माहि के दौरन रोजा रखते हैं।  रमज़ान में रोजा मुसलमानो द्वारा अल्लाह को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है।

मुस्लिम उम्मात के पावन महिना रमज़ान में जिसे “इबादत का महिना” कहा जाता है, कब शुरू हुआ?  मुस्लिम उम्माह के रोज़ा रखने के क्या करन हैं?  रमज़ान की तारीख और उत्थान का महत्व क्या है ?

इस आर्टिकल में आपको रमजान के विषय पर पूरी जानकरी दी जा रही है!  तो अगर आप भी रमजान के विषय के बारे में जाना चाहते हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आए हैं।  खैर, हमें आपको जानाकरी देने की पूरी कोषिश की है।  तो बिना देर किए चले आज का लेख शुरू करते हैं।


इस्लाम के चांद को देखकर क्यों ईद का फैसला किया जाता है ?

इस्लाम में किसी भी त्योहर को मनाने से पहले चांद को देखने के लिए कहा गया है। जैसे, ईद-उल-फितर (रमजान, ईद) ईदअल-अज़हा और मुहर्रम जैसे प्रमुख महीने को जाने पर चांद देखा जाता है।

इसे पीछे की कहानी हिजरी समुत कैलेंदर की अवधारण है, जो चंद्र कैलेंदर (हिजरी कैलेंदर) पर आधार है और 622 ईस्वी में शुरू हुई थी।  इस दौरन हजरत मुहम्मद (S.A.W) मक्का से मदीना चले गए, जिसे “हिजरत” कहा जाता है।

इससे हिजरी कैलेंदर शब्द की शुरुआत हुई।  ईसाई कैलेंडर के वर्ष में 365 दिन होते हैं जबकी हिजरी कैलेंडर के वर्ष में 354 या 355 दिन होते हैं।

हजरत मुहम्मद (S.A.W) ने निर्देश दिया की इस्लामी पर्व चांद को देखकर ही मनाया जाए।  यही करण है की पूरी दुनिया में मुस्लिम समुदाय हिजरी कैलेंदर के अनुसार त्योहार मनाता है।


Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua – मतलाब हिंदी में

ऐ अल्लाह!  ये चांद मुझे शांति, विश्वास, सुरक्षा और इस्लाम प्रदान करे और वह जो आपको प्रसन्न करे और जिस्में आप मेरे खुदा और (हे चांद) तुम्हारा अल्लाह है।


रमजान के चांद को देखना कैसा है ?

एक मुसलामां जो अच्छा काम करता है, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, लेकिन अगर इबादत करने की आदत हो और उसे करना कभी बंद न करता हो, तो अल्लाह ऐसे नेक इंसान को पसंद करता है।

और साथ ही आप जब भी रमज़ान का चाँद देखने की दुआ माँगें तो अपने जायिस जरूरत को अपने दिल में रखे।  पता नहीं है अल्लाह के कर्म से आपके कौन कौन मनोकामना पूरी होगी।

जब भी कोई नया हिजरी महीना चांद से शुरू हो तो चांद देखने का खास मौका बना लें।  और जब चांद दिखता है, तो हमारे नबी चांद को देखने के लिए दुआ पढ़ते हैं। पता नही वह नया महिना आपके लिए Kon Kon सी खुशखबरी लेकर आएगा। अतः इस काम को करने के लिए 2 मिनट भी नहीं लगाने वाले हैं।


हमे कब रोजा रखना चाहिए ?

अल्लाह तआला कहता है, ऐ ईमान वालो, रोज़ा तुम पर फ़र्ज़ है, जैसे दोसरों पर फ़र्ज़ था, ताकी तुम पवित्रता को हासिल कर साको।  अल्लाह ताला ने आयत में खास तौर पर ज़िक्र किया है, की यह इबादत न सिरफ आप पर फर्ज़ है, बाल्की आप से पहले के लोग पर भी फर्ज है।  (सूरह किताब 2, आयत 183)।

हालंकी, यह तफ़सीर कबीर और तफ़सीर अहमदी में है कि आदम से लेकर हम तक हर उम्मत पर रोज़ा फर्ज है।  हज़रत आदम (उन पर शांति हो) और हज़रत मूसा के हम में आशूरा के लिए हर चंद्र माहिने की 13, 14 और 15 तारीख को रोजा रखा जाए। रिवायत में आता है की हजरत नूह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) सबसे पहले रोजे रखने वाले थे। ( साबित नही है )


Conclusion :

उम्मीद करता हुँ , आप लोगो को Ramzan Ka Chand Dekhne Ki Dua समझ आ गयी होगी , अगर आपको कोई सवाल या कोई सुझाव है तो आप कमेंट बॉक्स में हम से पूछ सकते है।


Read Also :-

Leave a Comment

Share via
Copy link
Powered by Social Snap