Fajar Ki Namaz Ka Tarika 2023 | फजर की नमाज पढ़ने का सही तरीका

Fajar Ki Namaz Ka Tarika :- आज के इस आर्टिकल में हम Fajar Ki Namaz Ka Tarika 2023 के बारे में जानेंगे , अगर आप भी इस के बारे जानना चाहते है, तो इस लेख के साथ बने रहिये।

फ़जर की नमाज़ पढ़ने का सही तरीका – Fajar Ki Namaz Ka Tarika

फज़र की नमाज़ में 2 फर्ज और 2 सुन्नत मिला के 4 रक्आत होती है। नमाज़ के लिए सबसे पहले हम क़िबला रुख खड़े होते है।

हम कुछ इस तरह खड़े होंगे, की दोनों पैरो के बिच 4 इंच का गेप हो लेकिन मज़बूरी के कारण, अगर नमाज़ी थोड़ा मोटा हो तो 6 इंच का गेप रख सकता है। बस सही से खड़ा होंना है । उसके बाद हमें नमाज़ की निय्यत करनी होती है।

फज़र की नमाज़ की दो सुन्नत की निय्यत – नियत की मैंने दो रकअत नमाज़ सुन्नत की, वास्ते अल्लाह तआला के, वक्त फ़ज़र् का, मुह मेरा काबे शरीफ़ की तरफ़, अल्लाहु-अकबर, यह कहकर हमें हाथ बाँध लेना है। फिर सबसे पहले सना पढ़ें।

सना कुछ इस तरह है  *सुबहाना कल्ला हुम्मा बिहम्दिका तबारा कस्मुका आला जद्दुका वला इलाहा गैरुका* उसके बाद  *अउजू बिल्लाहि मिनश शैतान निर्रजिम. बिस्मिल्लाही र्रहमानिर रहीम.* पढ़े

इतना पढ़ने लेने के बाद सुरह फातिहा पढ़े। सुरह फातिहा पढ़ने के बाद कोई भी क़ुरान शरीफ की सूरत जो आपको याद हो वो पढ़े। जब सुरह पूरी हो जाए तब तकबीर कहते हुए रुकू में जाए।

रुकू में घुटनो को हाथ की उंगलियों की मदद से मजबूती से पकड़ ले। उंगलियाँ को घुटनो पर फैला कर रखे और आप इतना झुके कि आपका  सर और कमर दोनों एकदम बराबर हो जाये।


नमाज़े की फ़ज्र की सुन्नत को पढ़ने का सही तरीका ?

रुकू में ही अल्लाह की तस्बीह 3, 5 या 7  बार इत्मीनान के साथ पढ़े। रुकू पढ़ते का समय में निगाह पैरो के अंगूंठो की तरफ रखे।

उसके बाद *समीअल्लाहु लिमन हमीदह * कहते हुवे खड़े हो जाये.. इसके बाद  ‘रब्बना व लकल हम्द कहे फिर अल्लाहु-अकबर कहे और कहते हुवे सज्दा करे ! सजदा करते वक़्त सबसे पहले हाथों को घुटनो पर रखे फिर घुटनो को जमीन पर टिकाये फिर हाथो को जमींन पर रखे !

उसके बाद नाक जमीन पर लगाए फिर सिर जमीन पर लगाए ! और चेहरा दोनों हाथो के बीच रखे। पुरुष अपने हाथो की हथेलियाँ को चहरे पैर लगाए और कोहनी को ऊँचा उठा के रखे।

पेट को अपनी जांघ से ना छुए। और दोनों पांव की उँगलियो के पेट क़िब्ला रुख ज़मीन से जुड़े हुए हो सज्दे में फिर अल्लाह की तस्बीह 3, 5 या 7 बार शांति से पढ़े।


नमाज़े फ़ज्र की सुन्नत पढ़ने का सही तरीका ?

फिर अल्लाहु-अकबर कहे और सजदे से उठकर के सीधे बैठ जाए।  जब बैठे जाए तो सीधे पेर की उंगलिया हिलनी नहीं चाहिए मतलब क़िबला रुख ही मुड़ी हुई हो और उलटे पैर को सीधे पैर की तरह मोड़ के बैठे।

फिर आप दोबारा अल्लाहु अकबर कहते हुऐ आप सज्दा कीजिये, इसके बाद आप फिर से उलटे पैर की उंगलियों का क़िब्ला रुख करे। फिर आप दोबारा अल्लाहु अकबर कहते हुऐ आप सज्दा कीजिये, इसके बाद आप फिर से उलटे पैर की उंगलियों का क़िब्ला रुख करे। सज्दे में वापस से अल्लाह की वही तस्बीह 3, 5 या 7  बार पढ़े इस तरह आपकी एक रकअत पूरी हो जाएगी

फिर अल्लाहु अकबर कहते हुऐ खड़े हो जाए ! और अपने हाथ बांध ले ! उसके बाद वापस अल्हम्दु शरीफ पढ़ेंगे उसके बाद जो सूरत आपको याद हो वो पढ़ेंगे ! और वापस से अल्लाहु अकबर कहते हुवे रुकू में जाएंगे ! इस के बाद *समीअल्लाहु लिमन हमीदह * कहते हुए रुकू से खड़े हो जाये ! फिर रब्बना व लकल हम्द* कहे फिर अल्लाहु-अकबर कहते हुवे सज्दा करे।


फजर की नमाज़ – Fajar Ki Namaz

सज्दे में फिर से अल्लाह की तस्बीह 3, 5 या 7  बार पढ़े

सज्दे की तस्बीह पढने क बाद अल्लाहु-अकबर कहते हुए सजदे से उठकर बैठ के जाए

इस क बाद वापस अल्लाहु अकबर कहते हुऐ सज्दे में जायें.

सज्दे में फिर से अल्लाह की वही तस्बीह 3, 5 या 7  बार बोले

फिर अल्लाहुअक्बर कहते हुए बेठ जाए। जसी पहेली रक्तमई बेठे थे वैसे हे बेठे  अब बैठे हुऐ ही आपको अत्तहिय्यात पढ़ना है।


अत्तहिय्यात कैसे पढ़े ?

अशहदु अल्ला पर सीधे हाथ की शहादत की ऊँगली इस तरह उठानी है की अंगूठा और बिच की सबसे बड़ी वाली ऊँगली के पेट दोनों मिलाना है और शहादत की ऊँगली को ऊपर उठाना है। इसके बाद इसी अवस्था में दरूदे इब्राहीम पढ़े।

दुआ ए मसुरा :-

इस दुआ को पढ़ने के बाद आप सलाम फेर सकते हैं. ‘अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह’ कहकर आप सीधे और अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहकर उलटी तरफ सलाम फेरें।

सलाम :-

दाहिने तरफ के सलाम में दाहिने तरफ के फ़रिश्तो को याद करे ! और बायीं तरफ के सलाम में बायीं तरफ के फ़रिश्तो को याद करे – इस समय मूह से कुछ भी ना कहे।


नमाज़े फ़ज्र की फ़र्ज़ को पढ़ने का सही तरीका

फ़जरकी नमाज़ के दो फर्ज की नियत अददा करे

अगर आप फजर की नमाज़ अकेले पढ़ रहे है या नमाज़ घर पर पढ़ रहे है ! तो इमाम के पीछे ना कहे ! और इसके बाद जैसी आपने सुन्नत की नमाज़ पढ़ी थी, वैसी ही फ़र्ज़ की नमाज़ पढ़े !  इमाम साहब जब अल्लाहुअकबर कह कर हाथ बांधते है उस वक्त आप को भी नियत करके हाथो को बाँध लेना है।


फ़ज्र की नमाज़ पढ़ने का तरीका

हाथ बांध लेने के बाद आपको मन ही मन में सना पढ़नी है फिर बिस्मिल्लाह शरीफ पढे के चुप होकर इमाम साहब जो भी पढ़े उसे ध्यान लगाकर सुन्ना है।

इस समय इमाम साहब सुरह फातिहा पढ़ेंगे उसके के बाद वे कोई भी क़ुरान शरीफ की सूरत पढ़ेंगे ,फिर जैसे ही इमाम साहब अल्लाहुअकबर कहके रुकू में जाए आप को भी रुकू में चले जाना है।

फिर इमाम साहब * समीअल्लाहु लिमन हमीदह * कहते हुवे रुकू से खड़े होगे तब हमें भी  ‘रब्बना व लकल हम्द अपने मन में कहते हुऐ खड़े होना है ! फिर इमाम साहब अल्लाहुअकबर कहते हुए सजदा करेगे तो उनके पीछे पीछे हमें भी सजदा करना है।


नमाज़े फ़ज्र की फ़र्ज़ पढ़ने का तरीका

फिर सजदे की तस्बीह पढ़नी है फिर अल्लाहुअकबर कहके इमाम साहब बैठ जाएगे तो हमें भी उनक साथ बेठ जाना है एक बार फिर इमाम साहब अल्लाहुअकबर कहते हुए सजदा करेगे तो उनके पीछे पीछे हमें भी सजदा करना है।

और सजदे की तस्बीह पढ़नी है  फिर इमाम साहब अल्लाहुअकबर कहते हुए खड़े होंगे तब हमें भी खड़े होना है इस तरह एक रक्त पूरी होगी ! और इसी तरह हमें दूसरी रकत भी पूरी करनी है।


FAQ’S :

Q1. फज्र की नमाज से पहले क्या करना कहिए ?

उत्तर :- अपने चेहरे, हाथों को कोहनी तक, सिर और पैरों को टखनों तक अच्छी तरह से साफ करें। तहज्जुद 
की नमाज़ अदा करने के लिए एक शांतिपूर्ण और साफ जगह का पता लगाएं।

Q2. फज्र का वक्त कितने समय तक रहता है ?

उत्तर :- फज्र रात के काखरी पहर की शुरुआत से सूर्योदय तक रहता है।

Q3. नमाज में सबसे पहले क्या पढ़ा जाता है ?

उत्तर :- नमाज में सबसे पहले सना पड़ी जाती है: सुभानकल्लहुम्मा वा बिहमदिका व तबरकासमुका, 
व ताल जद्दुका वा ला इलाहा गैरुक।

Q4. अजान कितने मिनट की है ?

उत्तर :-अजान तो दो से तीन मिनट की होती है।

 Q5. नमाज पढ़ने के बाद कौन सी दुआ मांगी जाती है ?

उत्तर :- अल्लाहुम्मा सल्लि अला मुहम्मदिंव वअला आलि मुहम्मदिन कमा सल्लैता अला इब्राहीमा व अला आलि इब्राहि-म इन्न-क हमीदुम्मजीद । अल्लाहुम्मा बारिक अला मुहम्मदिंव व अला आलि मुहम्मदिन कमा बारकता अला इब्राहिमा व अला आलि इब्राहि-म इन्नका हमीदुम्मजीद । नमाज़ पढ़ने के बाद दुआ मांगने के लिए तर्जुमा पढ़ा जाता है।


Conclusion :- तो दोस्तों , हम उम्मीद करते है, कि आपको आज का हमारा यह आर्टिकल Fajar Ki Namaz Ka Tarika पसंद आया होगा। अगर पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।


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