Namaz Ka Tarika Step By Step :- नमाज, मुसलमानों के लिये बहुत जरूरीहै। आपकी सारी दौलत सौरत, दुनिया में ही रह जायेगा, अगर आपके साथ कुछ जाएगा तो वो है, आपकी नमाज। नमाज को जन्नत की कुंजी कहा जाता है।
तो अगर आप नमाज पढ़ते हो, तो आपको ये पता होना चाहिए की असल मे नमाज पढ़ने का तरीका क्या है ?
तो आज के इस पोस्ट में हम आपको यही बताने है, कि नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है ? Namaz ka tarika step by step इसके साथ आप ये भी सीखने वालो हो, कि वजू का सही तरीका क्या है ?
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नमाज पढ़ने का सही तरीका – Namaz Ka Tarika Step By Step
नमाज पढ़ने के सही तरीक़े जानने से पहले आपको इसके कुछ शर्तों को जानना जरूरी है। अगर आप इस शर्त पर खड़े उतरते हैं तो आप की नमाज सही मानी जाएगा ,वो शर्त क्या चलिये देखे।
नमाज़ की शर्ते
नमाज़ की कुछ शर्त होती है, जिसे आपको पूरा करना होता अगर आप इस शर्त को पूरा किये नमाज पढ़ते हैं, तो आपका नमाज नहीं होगा वो शर्त निम्न है :-
- आप के बदन का पाक होना
- आप के कपड़ो का पाक होना
- नमाज़ पढने की जगह का पाक होना
- बदन के सतर का छुपा हुआ होना
- नमाज़ का वक्त होना
- किबले की तरफ मुह होना
चलिये हम इन सभी चीजों के बारे में विस्तार से चर्चा करते है।
1. आप के बदन का पाक होना
नमाज पढ़ते के लिए आपका बदन का पाक होना जरूरी है, पाक होने का अर्थ है – आप नापाकी की हालत में न हो। अगर आप एक मुसलमान हैं, तो आपको पता होगा, कि नापाकी क्या होता है। अगर आप नापाक है, तो पहले अपने आप पाक करें फिर गुसल करें।
2. आप के कपड़ो का पाक होना
नमाज के लिए जितना जरूरी बदन यानी हमारे शरीर का पाक होना जरूरी है, उतना ही जरूरी हमारे कपड़ो का भी पाक होना जरूरी, तो जब आप नमाज पढ़ने जाए तो साफ सुधरे कपड़े पहन कर जाए ।
3. नमाज़ पढने की जगह का पाक होना
जितना ज्यादा जरूरी बदन और कपड़ो का साफ होना है उससे भी ज्यादा जरूरी है कि आप नमाज किस जगह पढ़ रहे क्या हो जगह गंदी तो नहीं है न ।
अगर आपके आस पास मस्जिद है तो आप को वही नमाज के लिए जाना चाहिए ।अगर आप ऐसी जगह रहते हैं जहाँ से मस्जिद दूर है तब आपको एक बात का ध्यान देना जरूरी है कि जब आप नमाज पढ़े तो वो जगह साफ होने चाहिए ।
4. नमाज़ का वक्त होना
जैसे कि जानते है कि इस्लाम मे पांच वख्त की नमाज मुकमल है इसे आपको समय पर अदा करनी होती हैं जब आप किसी नमाज की वक्त गुजरने के बाद उसे अदा करते हैं तो उसे कजा नमाज कहा जाता है ।
5. बदन के सतर का छुपा हुआ होना
बदन के सतर का मलतलब होता है नाफ़ के निचले हिस्से से घुटने तक के हिस्से को बदन के सतर कहा जाता है । अगर मर्द का ये हिस्सा खुला है या दिख रहा तो आपकी नमाज नहीं मानी जाएगी ।
6. किबले की तरफ मुह होना
जब आप नमाज पढ़ रहे हो तो आपको ये पता होना चाहिये कि किबला किधर है किबला का मतलब है पश्चिम की तरह आपका सर् होना चाहिये ।
तो जब आप नमाज पढ़ो तो ये सुनिश्चित कर लो, कि आपका सिर किबला यानी पश्चिम की तरफ है।
वजू करने का तरीका – Wazu Ka Tarika
नमाज के लिए वजू एक बहुत जरूरी चीज बिना वजू के आपका नमाज नहीं होता ,वजू कैसे करते हैं आइए इसके बारे में जानते हैं ,वजू करने से पहले बिस्मिल्लाह कहे फिर इस तरह से वजू करना शुरू करें ।
- पहले अपने दोंनो हाथ को तीन बार कलाइयों तक धोए ।
- तीन बार कुल्ली करें ।
- तीन बार नाक में पानी डालें ।
- तीन बार मुँह पर पानी मारे ।
- फिर एक बार दाढ़ी में ख़िलाल करें ।
- तीन बार दोनों हाथ तक कि केहुनी तक धोए पहले दायाँ हाथ फिर बायां हाथ ।
- फिर आपको सिर का मासा करना है इसके लिए हल्का पानी ले और सर् के आगे से पीछे ले जाये फिर वापस आगे ले आए ।
- फिर आपको तीन बार अपने दोनों पैरों को धोना है पहले दायाँ पाव फिर बायां पाव
इस तरह से आप वजू को पूरा कर सकते हैं.
गुसल में कितने फर्ज होते हैं ?
गुसल में निम्न फ़र्ज़ होंते है :-
- पूरे बदन पर पानी डालना
- कुल्ली करना
- नाक में पानी डालना ।
- सिर को धोना ।
- हाथ पांव धोना।
- शर्मगाह पर पानी डालना
नमाज की नियत का तरीका – Namaz Ki Niyat Ka Tarika
नमाज की नीयत का सबसे आसान तरीका है, बस आपको अपने दिल से नियत करना नमाज पढ़ने का जो आप अपने दिल से इरादा करते हैं वहीं नियत है, इसके लिए आपको किसी खास अल्फ़ाज़ या किसी चीज को पढ़ने की जरूरत नहीं ।
पांच वख्त की नमाज की सूची
जैसा की आप जानते हैं कि हर मुसलमान पर पांच वख्त की नमाज फर्ज़ जिसकी सूची हमने नीची आपको दिया है ।
नमाज | सुन्नत | फ़र्ज़ | सुन्नत | नफिल | वितर |
फ़ज़र | 2 | 2 | —- | —- | —– |
ज़ोहर | 4 | 4 | 2 | 2 | |
असर | 4 | 4 | ___ | ____ | ___ |
मगरिब | ___ | 3 | 2 | 2 | |
इशा | 4 | 4 | 2 | 2 | 3 |
नमाज़ का तरीका स्टेप बाई स्टेप – Namaz Ka Tarika Step By Step
जैसा कि आप जानते हैं कि नमाज की 2 रकत होती या 3 रकत या 4 रकत जो कि हम पर फ़र्ज़ है । 1 रकात की नमाज में एक क़याम होते हैं ,एक रुकू होते हैं, और दो सजदे होते हैं।
नमाज पढ़ने के लिए इस तरीको को फॉलो करें :-
स्टेप 1:- किबला की ओर खड़े होकर अल्लाह हू अकबर का कर अपने हाथ को बांध ले ।
स्टेप 2:- हाथ बांधने के बाद सना पढ़ना शुरू करे।
सना
- ” सुबहानकल्लाहुम्मा वबि ‘हम्दिका व तबारक कस्मुका व त’आला जद्दुका व ला इलाहा ग़ैरुक “
स्टेप 3:- फिर त’अव्वुज पढ़ना शुरू करें ।
त’अव्वुज
- अउजू बिल्लाहि मिनश शैतान निर्रजिम. बिस्मिल्लाही र्रहमानिर रहीम।”
स्टेप 4:- फिर सूरह फातिया पढ़े
सूरह फातिया
अल्हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन
अर्रहमानिर्रहीम
मालिकि यौमिद्दीन
इय्या-क न बुदु व इय्या-क नस्तीइन,
इहदिनस्सिरातल्-मुस्तकीम
सिरातल्लज़ी-न अन्अम्-त अलैहिम
गैरिल्-मग़जूबि अलैहिम् व लज्जॉल्लीन
स्टेप 5:-सूरह फातिहा एक बाद कोई एक सूरह पढ़ ले ।
स्टेप 6:- सूरह फातिहा के बाद सूरह पढ़ने के बाद अल्लाह अकबर कह कर रुकू में जाए ।
स्टेप 7:- रुकू में जाने के बाद इस दुआ को तीन बार पढ़े
- सुबहान रब्बी अल अज़ीम”
स्टेप 8:- उसके बाद समीअल्लाहु लिमन हमीदा कहते हुये रुके से खड़ा हो जाये ।
स्टेप 9:-‘खड़ा होने के बाद इसदुआ को पढ़े
- रब्बना व लकल हम्द , हम्दन कसीरन मुबारकन फिही
स्टेप 10:- उसके बाद अकबर कहते हुए सज्दे में चले जायें ।
स्टेप 11:- सजदे में जाने के बाद इस दुआ को तीन बार पढ़े
- सुबहान रब्बी अल आला”
स्टेप 12:- उसके बाद अल्लाह अकबर कहते हुए सजदे से उठ जाए ।
स्टेप 13:- फिर दुबारा अल्लाह अकबर कहते हुए सजदे में जाये ।
स्टेप 14:- फिर से सजदे में सुबहान रब्बी अल आला”को तीन बार पढ़े।
नोट:- यह थीं एक रकत की नमाज इसीतरह आप फिर से उठ कर दूसरी रकत की नमाज पढ़ सकते औरआपको फिर सेवही दुआ को पढ़ना है जिसे आपने पहली रकत में पढ़ा।
स्टेप 15:- जब आप दो रकत की नमाज पढ़ लेते हैं, तो फिरतशहुद में बैठ जाए और इस दुआ को पढ़े
अत्ताहियातु
अत्ताहियातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तैयिबातू अस्सलामु अलैका अय्युहन नाबिय्यु रहमतुल्लाही व बरकताहू अस्सलामु अलैना व आला इबादिल्लाहिस सालिहीन अशहदु अल्ला इलाहा इल्ललाहू व अशहदु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु व रसुलहू’
स्टेप 16:- इसके बाद दरूद शरीफ पढ़ो
दरूद शरीफ
अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मद व आला आली मुहम्मद कमा सल्लैता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इन्नका हमिदुम माजिद. अल्लाहुम्मा बारीक़ अला मुहम्मद व आला आली मुहम्मद कमा बारकता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इन्नका हमिदुम माजिद’
स्टेप 17:- फिर इसके बाद दुआ ए मसुरा पढ़े ऐसी दुआ जो कुरानी सूरह से हट कर हो वो दुआ कुरान में नहीं होना चाहिये सीधे सब्दो में आपको जो चाहिए मांग ले ।
स्टेप 18:- उसके बाद आपको सलाम फेरना है इस तरह आपकी दो रकत की नमाज पूरी होती है।
सलाम फेरने की बाद की दुआ – नमाज पढ़ने के बाद कि दुआ
- एक बार बुलंद आवाज में अल्लाहअकबर कहे ।
- फिर तीन दफा अस्तगफिरुल्लाह” कहे।
- अब सलाम फेरने के बाद की दुआ “अल्लाहुम्मा अन्तास्सलाम” पढ़े।
- उसके बाद तस्बीर गिने ,तस्बीर में आप 33 बार सुबहान अल्लाह, 33 मर्तबा “अलहम्दु लिल्लाह और 34 मर्तबा “अल्लाहु अकबर को पढ़ें।
निष्कर्ष :-
तो दोस्तों, आज आपने सीखा नमाज पढ़ने का सही तरीका तो आपको हमारा ये आर्टिकल namaz ka tarika step by step कैसी लगी अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें।
इसी तरह की जानकारी के लिए हमे फॉलो करना न भूलें.
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