दुआ ए मासुरा क्या है ? तर्जुमा के साथ |Dua e Masura in Hindi

अस्सलाम अलैकुम मेरे प्यारे नाजरीन भाइयों और बहनों आज हम बात करने वाले हैं – Dua e Masura के बारे में।

Dua e Masura क्या है ? इसे कब पढ़ा जाता है और इस दुआ को पढ़ने के क्या फायदे हैं और इसका तर्जुमा तो हमारे इस आर्टिकल Dua e Masura in Hindi आर्टिकल को शुरू से अंत तक पढ़े ,ताकि आप को पूरी जानकारी मिल पाए।


दुआ ए मासुरा क्या है ? – Dua e Masura in Hindi

दुआ ए मासुरा नमाज के दौरान पढ़ने वाली एक  दुआ है जिसे नमाज खत्म होने से पहले पढ़ा जाता है  कब जब आप अत्तहियात और  Darood e Ibrahim पढ़ लेते हैं उसके बाद दुआ ए मासुरा को पढ़ा जाता है फिर उसके बाद सलाम फेरा जाता है।

नमाज के दौरान और सलाम फेरने से पहले इस दुआ का पढ़ना लाजमी है अगर आपको yh दुआ याद नहीं तो इसके जगह कोई और सूरह आप पढ़ सखते है लेकिन कोशिश यही करें कि ये दुआ आप को याद हो जाएं ।

निचे आपकी की फ़ज़ीलत और सुविधा के लिए हमने Dua e Masura हिंदी अरबी और इंग्लिश तीनो भाषा मे जिक्र किया है जिस भाषा मे आप कम्फ़र्टेबल हो पढ़ सकते हैं ।

अगर आप को पहले से ये  दुआ आती है, तो अच्छी बात है, नहीं तो आप दुबारा से भी पढ़ सकते हैं ।


दुआ ए मासुरा अरबी में – Dua e Masura in  Arabic

  ‎‫اللَّهُمَّ إِنِّي ظَلَمْتُ نَفْسِن‎ ‎‫ظُلْمًا كَثِيرًا وَلَا يَغْفِرُ‎ ‎‫الذُّنُوبَ إِل َّا أَنْتَ فَاغْفِرْلِن‎ ‎‫مَغْفِرَةً مِّنْ عِنْدِكَ‎ ‎‫دو‎ ‎‫وَارْحَمْنِنْ أَنَّككَ نْتَ‎ ‎‫الْغَفُورُ الرَّحِيْمَ‎

दुआ मासुरा हिंदी में – Dua e Masura in Hindi

अल्लाहुम्मा इन्नी ज़लमतू नफ़्सी ज़ुलमन कसीरा, वला यग़फिरुज़-ज़ुनूबा इल्ला अनता, फग़फिरली मग़ फि-र-तम्मिन ‘इनदिका, वर ‘हमनी इन्नका अनतल ग़फ़ूरूर्र रहीम.

दुआ मासुरा इंग्लिश में – Dua e Masura in English

Allahumma Inni Zalamtu Nafsi, Zulman Kaseeraan, Wala Yaghfiruz-Zunooba Illa Anta Faghfirlee Maghfiratan-mMin ‘Indika War Hamnee Innakaa Antal Ghafoorur Raheemu


दुआ मासुरा तर्जुमा हिंदी में – Dua e Masura Meaning in Hindi

तर्जुमा :- – ए खुदा हमने अपने पर बहुत अधिक जुल्म किया है, और हमारे गुनाहों को तेरे सिवा कोई माफ नहीं कर सकता, हमारी यह ख्वाहिश है, की तू हमे माफ कर दे। हम पर तु अपना रहम फरमा, तू बड़ा माफ करने वाला और सबपर रहम करने वाला है। अपना रहमोकरम हम पर भी अदा कर।


दुआ ए मासुरा की फायदे – Dua e Masura Ke Fayde

दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि कुरान और हदीस में बहुत से दुआएं हैं और हर दुआ की अपनी अपनी फ़ज़ीलत है लेकिन अभी हम हम दुआ ए मासुरा की फ़ज़ीलत और फायदे के बारे में बात करने वाले हैं जो की निम्न है

  • जब आप दुआ ए मासुरा पढ़ रहे होते हैं तो हम अपनी गलतियों को अल्लाहताला से मुआफ़ करवा रहे होते हैं तो हम कह सकते हैं की दुआ ए मासुरा  अपनी गलतियों को  अल्लाह ताला से मांफी मांगने के लिए पढ़ा जाता है। अगर आप दुआ ए मासुरा को सच्चे दिल से पढ़ते हैं तो आप की सारी गुनाह खुदा माफ कर देता है ।
  • इस दुआ को पढ़ने से घर मे बरकत आती है तो कोशिश करें कि जितनी आप इस दुआ को पढ़ सकते हैं पढ़े।
  • अगर आप को कोई काम सही से नहीं हो पा रहा है या आप जो भी काम करते हैं वो भिगड जाता है तो इस दुआ को पढ़ने से आप के भिगरे हुए काम आसान औऱ अच्छे से हो जाता है।
  • अगर आप अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंता करते रहते हैं तो आप इस दुआ को नमाज से पहले पढ़ना शुरू कर दे माना जाता है कि ऐसा करने से आप की  स्वास्थ्य अच्छी बनी रहती है।

Dua e Masura ki Hadees

एक बार की बात है हजरत अबु बकर रजिअल्लाहो अन्हु ने हमारे प्यारे हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वस्सलम से सवाल किया कि आप मुझे कोई ऐसी दुआ बता दें, जो मैं नमाज में पढ़ा करू तो नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वस्सल्लम ने उन्हें दुआ ए मासुरा पढ़ने का हुक्म दिया ।


FAQ’S :-

Q1. नमाज़ में दुआ ए मासुरा किस समय पढ़ी जाती है ?

Ans :- नमाज में दुआ ए मासुरा जब हम सलाम फेरने वाले होते हैं, तब पढ़ी जाती है, इसे अत्तहिय्यत 
और दरूदे इब्राहिम के एकदम बाद पढ़ी जाती है  और उसके बाद सलाम फेरा जाता है।

Q2. दुआ ए मासुरा नहीं पढ़ने से क्या नमाज मुकमल नहीं होगा ?

Ans :- तो ऐसा कही भी नहीं लिखा है, कि अगर आप  दुआ ए मासुरा नहीं पढ़ते हैं, तो आप की नमाज 
नहीं होगी अगर आप को यह दुआ याद नहीं है, आप कोई और दुआ पढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष – conclusion

तो मेरे प्यार दोस्तों और भाइयों आपको हमारा ये आर्टिकल कैसा लगा ?  आप के मन मे इस टॉपिक्स से जुड़े कोई सवाल हो तो comment बॉक्स में जरूर पूछे ।

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